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त्रिपिटक, जिसे पालि कैनन (Pali Canon) के नाम से भी जाना जाता है, थेरवाद बौद्ध धर्म का मूलभूत ग्रंथ है। यह बुद्ध की शिक्षाओं का एक व्यापक संग्रह है, जो तीन मुख्य भागों में बंटा है: विनय पिटक, सुत्त पिटक, और अभिधम्म पिटक।
क्या सीखने को मिलता है
विनय पिटक: यह मठवासी समुदाय के लिए नियम और नैतिकता सिखाता है, जैसे अनुशासन और सामुदायिक सद्भाव।
सुत्त पिटक: इसमें बुद्ध के उपदेश हैं, जैसे चार आर्य सत्य, अष्टांगिक मार्ग, और ध्यान, जो मोक्ष का मार्ग दिखाते हैं।
अभिधम्म पिटक: यह बौद्ध दर्शन का दार्शनिक और मनोवैज्ञानिक विश्लेषण देता है, जैसे मन और चेतना की प्रकृति।
यह ग्रंथ बौद्ध धर्म को समझने और अभ्यास करने के लिए एक समग्र मार्गदर्शक है, विशेष रूप से थेरवाद परंपरा में।

त्रिपिटक, जिसे पालि कैनन (Pali Canon) के नाम से भी जाना जाता है, थेरवाद बौद्ध धर्म का मूलभूत ग्रंथ है। यह बुद्ध की शिक्षाओं का एक व्यापक संग्रह है, जो तीन मुख्य भागों में बंटा है: विनय पिटक (Vinaya Pitaka), सुत्त पिटक (Sutta Pitaka), और अभिधम्म पिटक (Abhidhamma Pitaka)। यह ग्रंथ बौद्ध धर्म के लिए एक आधारभूत स्रोत है, जो बुद्ध के उपदेशों, मठवासी नियमों, और दार्शनिक विश्लेषण को संरक्षित करता है। यह विशेष रूप से उन पाठकों के लिए प्रासंगिक है जो बौद्ध दर्शन, नैतिकता, और ध्यान के अभ्यास में रुचि रखते हैं।

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